"Dream girl" Feel my poem ❤ न जाने कब , पहली दफ़ा जब वो मेरे करीब से होकर जायेगी , मेरी नज़रें उस पर यूँ अटक सी जाएँगी , मन में कुछ बेचैनी कुछ पागलपन सा होगा , चलती फिरती साँसें भी कुछ थम सी जाएँगी , दिल की बंजर जमीं की दरारें भरने लगेंगी , मानो जैसे सूखे खेतों में बारिश की बुँदे तराहट लाएंगी , मंजिल , मंजिल तो एक ही है इस बन्दे की ,