सुना है की लोग हमसे जलने लगे है हमारे पीठ पीछे हमारी बुराई करने लगे है। हमारी जिंदगी जीने के तरीके पर भी उनको ऐतराज है क्यों की अब हम अपने हिसाब से जिंदगी जीने लगे है और अब हम उनके बनाए हुए रास्तों पर नहीं बल्कि हम अपने रास्ते खुद बनाने लगे है। और अब उन्हें कोई जाकर कह दो ऐसे ही हमसे जला करे क्यूं की हम अब जिंदगी जीने के सही मायने समझ गए है। ©pallavi haribhau gahal #Attitude #Rubab #Ownterms #Isolated