White आज फिर बिछड़ना है उससे मुझे जुदाई का फिर वही गम सहना है मुझे कब जाने अब मुलाकात होगी उससे मेरी इंतेज़ार अब लंबा करना है मुझे ख्वाब एक देखा था आशियां बनाऊंगा एक दिन बना दुल्हन उसे अपनी खुशियों से उसका हर पल सजाऊंगा एक दिन खुदा जाने मुकम्मल होगा ख्वाब मेरा या अधूरा रह जायेगा किस्मत होगी तो मुस्कान आयेगी चेहरे पर मेरे आकर हाथ थमेगी मेरा तोड़ सारे नाते एक दिन अपनाएगी वो मुझे ©sushil #Sad_Status shree #शून्य राणा