चक्षुओं में गड़ा आज का चाँद है मनके पीछे पड़ा आज का चाँद है मेरे महबूब सा हूबहू दिख रहा खूबसूरत बड़ा आज का चाँद है -- प्रशान्त मिश्रा आज का चाँद