लोग क्या कहेंगे? यह वक़्त पे सोच लिया होता, जो हो गया है अब,वो आज नहीं होता। हक़ीक़त से हम रुबरु होते दरमियां कोई राज नहीं होता। #उमेश_लखपति'कृष्णा' #हक़ीक़त #रुबरु