तुम्हें सौंपते हैं ये प्रेम प्रस्ताव-प्रतीक सुर्ख गुलाब अदद ईक। स्वीकार करना प्रिय टहनी पतियाँ काँटे समीत। जैसा है जहाँ है आधार कबूल है तुम्हें मेरा प्यार। सोच लो थोड़ा या अधीक। तुम्हें सौंपते हैं ये प्रेम प्रस्ताव-प्रतीक सुर्ख गुलाब अदद ईक। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ तुम्हें सौंपते हैं... #सौंपतेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi