जब हम खुलके सास ले पाएंगें जब हम बेफिकर होके हर जगह हर बक़त जा सकेंगे हमें कमजोर मत समझो हम जन्म भी दे सकते हे मार भी सकते है हम लांछित हो रहे पर एकदिन हम मा दुर्गा बनके असुरों को दमन करंगे 138 वो सुबह कब आएगी, जब एक समाज के तौर पर हम औरतों को उनके जीने का बुनियादी हक़ दे सकेंगे। हैदराबाद की घटना ने दिल दहला दिया है। हृदय ख़ून के आँसू रो रहा है। अधिक कुछ कहा नहीं जा सकता। केवल अपने हृदय में झाँका जा सकता है। आख़िर हम क्या थे और क्या होते जा रहे हैं! #सुबहकबआएगी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi