*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“27/7/2021”*🌫️ 🌧️ *“मंगलवार”*🌧️ “जीवन” में आप इस “धरती माता” को देख लिजिए, “धरती माता” “सूर्य का ताप” सहती है क्यो ? ताकि “धरती” पर जो “जल” है वो “वाष्प” बनकर ऊपर जाए और “मेघ” बने और “धरती” पर पुनः एकबार “वर्षा” करे, नया “जीवनदान” दे वहीं बात की जाए “पतझड़” की, “पतझड़” की “ऋतु” में सारे “पत्ते” झड़ जाते है तत्पश्चात उस “पेड़” पर होता है “नवनिर्माण” अर्थात नये पत्ते आते है,वो “वृक्ष” पुनः “खिल उठता” है, ऐसे ही आपके जीवन में “संकट”,“कठिनाइयां”,“समस्याएं” ये तो आती ही रहेगी आपको इससे “भयभीत” नहीं होना है, पीछे नहीं “हटना” है,“निराश” नहीं होना है अपितु डटकर “साहस के साथ” उसका “सामना” करना है, आप निश्चय ही “विजय” हो पाएंगे और अपने “लक्ष्य” को “प्रसन्नता के साथ” प्राप्त कर पाएंगे... *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“27/7/2021”*🌫️ 🌧️ *“मंगलवार”*🌧️ #“धरती माता” #“सूर्य का ताप”