तब रिश्ते बोझ बन जाते हैं, जब दिल से ,निभाए नहीं जाते । जिस तरह कागज़ के फूल , चमन मे ,ख़िलाए नहीं जाते। दिल से दिल को, राह होती है, रिश्तों मे दिल ,मिलाए नहीं जाते। वफाए-चमन मे, मोहब्बत के , फूल ख़िलते हैं, ख़िलाए नहीं जाते। ईंट -पत्थर से, घर बनाए जाते हैं , ताक़ते-ज़र से ,घर बसाए नहीं जाते । रिश्ते तो ,रूहानी-रूमानी होते हैं , ये ख़रीदे और , बनाए नहीं जाते । OPEN FOR COLLAB✨ #ATरिश्तेकबमुरझाने • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.