दिल की इल्तिजा को दिल से कबूल कर ले, दिल की मिटा के दूरी दिल के पास कर ले। ना रह सकेंगे तुझ बिन ना जुदाई सह सकेंगे , अपना बनाकर हमको अपने ही साथ कर ले। 🌝प्रतियोगिता- 162🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"इल्तिजा"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I