सुनने कोई नहीं आता आपका मर्म सबको बस हाजरी लगानी है अनौपचारिक रूप से आएंगे निभाने बस औपचारिकता पूछेंगे कैसे हो सब ठीक है!? फिर आगे बढ़ कर और बताओ तक बिन कहे संकेत देंगे !अलविदा और बताओ से बात बढ़ गई तो सुनेगा कोई नही क्योंकि सबको विक्टिम बन जाना है यहां कोई पहल करे कैसे सुने जो एक दूसरे की मर्म बंट जाएंगे हल न हो मुश्किल माना पर हालात थोड़े तो सुधर जाएंगे #औपचारिकता #मर्म #विक्टिम -शिकार #अकेलापन #yqdidi #yqtales