कुछ बातें रह गई ,जो कभी कह नहीं पाया, तुम तो चले गए, बस यादें छोड़ दीं, मैं तन्हा ही रहा हरदम, पर तन्हा रह नहीं पाया | बहती हवा सा मैं, कभी आजाद फिरता था, यूँ तुफान लाए तुम, बहना जिस दिशा में था ,मैं उसमें बह नहीं पाया | बिखरी जब भी रोशनी, खुली आंखों पे ही पड़ी, बातें खुद ही से तेरी की, मैं शब भर सो नहीं पाया | कोशिश की थी जाते वक्त ,तेरा हाथ थाम लूँ, तुझे रब ने बुलाया था ,सो मुझसे हो नहीं पाया | जाते -जाते वो तुमने , मुझसे लिया था जो, उस वादे के चलते ही, घुट - घुट जिया लेकिन, कभी मैं रो नहीं पाया , कभी मैं रो नहीं पाया | हाँ ,,कुछ बातें रह गई बाकी जो तुमसे कह नहीं पाया || |IG|FB|anonymouswrites #yaad#ankahibaat#nojoto#nojotohindi#hindi#shayari#poetry