आज फिर #ए-तन्हाई लग जा गले, के तुझसे #लिपट के #रोने का बहुत #दिल है, एक #तू ही तो है #हमसाया #जिंदगी का #मेरी.... #वरना यहां तो हर #रिश्ता, मेरी #रूह का #कातिल हैं...!!!!