जरूरतों में रिश्ते उलझ कर रह गए हैं, सच कहूँ! जरूरत हैं तो रिश्ते रह गए हैं। वो जो दौड़कर आकर गले लगते थे, वो बस गले पड़ने के लिए रह गए हैं। ये दिखावा, ये शिक़वे, ये शिकायत, इनके बीच रिश्ते कहीं रिसते रह गए हैं। #yqbaba#yqdidi#रिश्ते#एहसास#रिवाज#लिहाज #YourQuoteAndMine Collaborating with Prachi Dubey