.................... #NojotoQuote रात के हर पहर को कुछ यूं सुलाऊं मैं, तेरे सपनों के दरम्यां आने को, जैसे उस एक रात का हर पहर बीता था कुछ जिंदा ख्वाबों में जागते-जागते, जैसे दौड़ती भागती जिंदगी में कोई पल ठहराव से भी रहा हो, जैसे मैं हूं और नहीं भी यहीं चांद सा रुका कुछ चलता सा,