एक हाथ मे बंसी उनके, माखन है एक हाथ दीवाने हो सारे उसके जो करले हस कर बात देवकी ने जन्मा इसको यशोमति ने पाला वासुदेव का पुत्र है ये, नंद का है नंदलाला राधा को प्राण प्रिये है, मीरा का रखवाला एक नज़र में चैन चुरा ले गोकुल का ये ग्वाला रुक्मिणी इनके हृदय की रानी, मन में बसी सतभाम जग में इनको पूजा जाता कह कर राधे श्याम 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫 सभी रचनाकारों को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं..🙏🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-54 में स्वागत करता है..🙏🙏