Nojoto: Largest Storytelling Platform

हर शाम को सूरज ढलता है हर रात को चांद निकलता है ता

हर शाम को सूरज ढलता है हर रात को चांद निकलता है तारे ना हो न तो ये आसमान भी बेकार सा लगता है ढलता सूरज
हर शाम को सूरज ढलता है हर रात को चांद निकलता है तारे ना हो न तो ये आसमान भी बेकार सा लगता है ढलता सूरज