छोड़ दिया टहलना गली मोहल्लों में,, इश्क भी अब तो #डिजिटल हो गया है,,! कौन करता है अब बातें रूह की,,! अब सबकुछ #फिज़िकल हो गया है,,!! अब नहीं उमड़ते हैं जज़्बात चिट्ठीयों में,, जमाना कुछ ज्यादा ही #प्रेक्टिकल हो गया है,,!! किस्से कहानियों में मैजिक नहीं अब,,! अब तो सोचना भी #लॉजिकल हो गया है,,!! जमकर इस्तेमाल करेंगे दिमाग वाले तेरा,, ऐ दिल तू क्यों इतना #इमोशनल हो गया है...!! #jamana