White "मुक्ति" इस जीवन की सर्वोत्तम युक्ति मिल जाये,सब कामों से मुक्ति परन्तु कर्महीन होने की उक्ति इससे मिलती न सुख अनुभूति सच मे सच की तो यह सूक्ति कर्म करने से मिलती है,मुक्ति जिसने समुचित कर्म किया वो भी बिना किसी आसक्ति कमल सदृश जिसकी है,विरक्ति उसकी जग मे,स्वतंत्र अभिव्यक्ति जिसने निःस्वार्थ कर्म की भक्ति सच मे उसे ही मिलती है,मुक्ति दिल से विजय विजय कुमार पाराशर-"साखी" ©Vijay Kumar उपनाम-"साखी" #मुक्ति