ख्वाहिशें दूर मुझे लेकर चली आयीं माँ तेरी यादें भी तो हर रोज़, मुझे आयीं माँ जानता हूँ कि मैं, यूँ मेरा खुदा रूठा है इस भरे शहर में भी कितनी है, तन्हाई माँ तेरी आँचल से लिपटते ही, मैं सो जाता था रोज़ थक जाता हूँ, पर नीद नहीं आती माँ @aperichit_ #the_odd_poet #maa #love #quotes #mypoem #lovemom #misyoumom My_Words✍✍ आवाज आती हैं दिल से sheetal pandya मेरे शब्द