तू ख्वाबों की दुनिया.. ना कोई साया तेरा मैं भटकता मुसाफिर... ना कोई मिला रास्ता तुझको ख़्वाबों में ढूंढा... हमसफ़र बन तेरा तूने किसी और को पाया... वहां भी बीरा... और तोड़ दिया तूने ख्वाब मेरा ना हकीकत मेरी ना है ख्वाब मेरा... अब जाऊं तो बोलो मैं जाऊं कहां।। बीरा= औरत (हरयाणवी) #brokenheart #khwaab #majboorwriter