है ! दुनिया कुछ अजीब सी बदलती है घड़ी - घड़ी यह संसार था हरा - भरा बदल गया प्रदूषण से भरा। हम जी रहे थे खुशहाल जिंदगी न जाने क्या थी वक़्त की मर्ज़ी जो एक पल में बदल गई पता नहीं किसकी नज़र लग गई। हर दिन पीड़ित लोग मर जाते हैं पहचान न सकते सच और झूठ यही है इस दुनिया का हाल क्या हम इसे बदल सकते हैं ? #aniruddhakamath #fourthquote #worldwidecrisis