सारी दुनिया बेमानी सी लगती थी फिर अपने अंदर झांक के देखा पाया एक नन्हा सा सहमा सा मन नाजुक से पंख लिए उड़ने की तमन्ना लिए सोचा आजाद कर दूँ उडान भरेगा मुस्कुराएगा पर ये क्या??? ये तो गिर पड़ा असहाय सा ये क्या??? ये कौन से धागे बंधे पडे हैं इसके पैरों में ए एक धागा पकड़ा उस पे लिखा था लोग क्या कहेंगे मैने खोल दी वो गिरह दूसरा धागा पकड़ा उसपे लिखा था तू नही कर पाएगी मैंने खोल दी को गिरह भी तीसरा धागा पकड़ा उसने लिखा था तुझे अधिकार ही नही है उड़ने का मैने खोल दी को गिरह अब मन आज़ाद था... मुस्कुराते हुए दूर आसमान को नापने के लिए तैयार... अपने अंदर झाँक के देखा, और बताओ क्या-क्या देखा... #अपनेअंदरझाँक #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi