शब्दों के पर जो लग जाते किताबें फिर कहां होती। कहां टिकते ये रंजो गम कहां खुशियां बयां होती। किसी की कौन सुन पाता कोई क्या याद भी रखता । अजब सी जिंदगी होती उड़ी सी दासतां होती। प्रीति। #ifwords#yqbaba #जिनके पर लग जाते हैं वो जमीन पर कहां टिक पाते हैं।