दीदार ए चांद हो तो मैं भी मनाऊं ईद, बरसों गुज़र गए हुए उस चांद का दीदार। हैं बाहें व्याकुल भर लेने को आगोश में, आ जाओ तो कोई बात बने देख सकूं फिर वो मुस्कान। ईद उल फितर की हार्दिक शुभकामनाएं