सर्दी में लगे धुप सा कभी, रिमझिम सी लगे बुंद सा कभी. तेज धुप मे लगे छाव सी नदी ,दिल के साथ ये कितना गुनगुनाये.. ये इश्क हाय ,कितना सताये...! नजरो से नजरे ऐसे मिलाये ,मानो बरसो के बिछड़े कभी मिल ना पाये.. किसी को देकर दिल ऐसे धड़काये, मानो कोई अपना हमे पास बुलाये..। कोई चुपके से आये ,दिल को ऐसे छुके जाये.. कि फिर ये दिल किसी और को ना चाहे.. ये इश्क हाय ,कितना सताये...! @yeh ishq hayee..☺ #yourqoute#qoute#pyar#mohhbbat#ishq#love#like#poem#poetry#nojotopoetry#poet#hindi#sayri