वक्त के मरहम से हर ज़ख्म को भरना पड़ता है, राहे हिज्र जितनी अंधेरी हो,एक रात गुज़रना पड़ता है.. मैं तुझसे जुड़ी हर शह से इतना दूर जा चुका हूँ, के अब तुम याद नहीं आते,तुम्हे याद करना पड़ता है... -G. F. R (ek soch) #NojotoQuote I almost forget uh