रात भर चाँद तारों से बातें करता रहा, कुछ इस कदर खुद को ज़ाया करता रहा. ज़माने भर में ख़ुद को तनहा समझता रहा, जिंदगी भर मेरा पीछा मेरा साया करता रहा. kuch Khyal Nojoto Ke Sath #khamoshikiaawaz #teekhikalamse #poetkipoetry