नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है , चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है , मन का विश्वास रगों में साहस भरता है, चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है। आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। ©swetank garg #श्वेतांक