मां ब्रह्मचारिणी जन्म से कौमार्य तक ब्रह्म की चरित्र शुद्धि रखना विवाह पूर्व साधक सम साधना करना अंत में मनचाहे वरदान की स्वामिनी बनी। यह संघर्ष आज की नारी के लिए प्रेरणादायी है ©वैभव जैन #navratri day 2