White मर्यादा में हम रहे सदा, मर्यादा हमसे मिटायी न गई । जीवन उसका बाधित है, नहीं जो होता मर्यादित है । कमियाँ तेरी बतायी न गई, मर्यादा हमसे मिटायी न गई । मर्यादित प्रेम होता अति सुंदर, फैलता सुगंध बाहर और अंदर । खुशियाँ अपनी गिनायी न गई, मर्यादा हमसे मिटायी न गई । मर्यादा में रहे प्रभु श्री राम, चरणों में है जिनके धाम । अपनी व्यथा बतायी न गई, मर्यादा हमसे मिटायी न गयी । ©ANIL KUMAR,) #maryada #poem #hindipoetry #anilkumar #मेरीलेखनी✍️(अनिल कुमार)