दवा नही अब मुझको जहर दे जा बहुत बेचेन हु थोड़ा सुकूँ दे जा हो सकता है मेरा सफर मौत तलक का हो तू नादां बहुत है ..घर चला जा शैलेंद्र सिंह जख्मी ©Golu Bana शैलेंद्र सिंह जख़्मी #still