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उम्मीद की एक छोटी सी रोशनी चाहती हूँ। तुमसे बातें

उम्मीद की एक छोटी सी रोशनी चाहती हूँ।
तुमसे बातें कुछ कहना अनकही चाहती हूँ।
चाहती हूँ थोड़ा सा सुकून तुम्हारी बाहों में,
प्यार समंदर सा गहरा औरआसमानी चाहती हूँ।

©Kala bhardwaj
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