कैसे छोड़ दू अकेले ही उनको, जिन्होंने हर गम में साथ दिया है। मुझे तो वो माँ से बढ़कर है क्योंकि मैंने उसका दूध पिया है।। अगर एहसान चुकाने में जाये जिन्दगी तो जीवन छोड़ दूंगा। पडेगा मुह मोडना अपनों से तो वे शक मुह मोड़ लूंगा।। अगर मैं शरीर हूँ तो वो प्राण हैं। अगर मैं अर्जुन हूँ तो वो मेरे भगवान हैं।। कवि रामदास गुर्जर आवाज टूटे हुए दिल की Ruchi Mishra✍️ (Titli 🦋🌹) LoVe YoU #