हम तुम्हें शब्दों में बयाँ नहीं कर सकते तुम वो अल्फाज़ हो एहसास से प्रेम की माला पिरोयी है अब तुम ही जीवन की सच्चाई हो कन्हैया मैं सुर तुम गीत मैं प्रीत तुम विश्वास। #openforcollab !! शीर्षक "की तुम क्या हों"! #निर्धन_प्रेम #की_तुम_क्या_हों #mvmlcollab ********************************** #YourQuoteAndMine Collaborating with हिमांशु