हमारे मन के कमरे में, यूं इक मंज़र अनोखा हो.. हवा की तेज़ लहरें हो, कहीं पानी का झोंका हो.. और इक लम्हें की कश्ती पर, कुछ इस तरह तू बैठी हो,, वही मेरी हकीक़त हो.. वही नज़रों का धोखा हो... हमारे मन के कमरे में, यूं इक मंज़र अनोखा हो..!! sam #gif Nilesh Mishra 😊