भाग-4 शहीदों की याद देख जलियांवाला काड भगत का दिल भर आया जुल्मियों ने क्या जुल्म किया और निर्दोषो को मारा । एक गुट बनाई भगत ने और आ पहुँचा आजाद पास । भगत मात पिता से बोले मा अब शादी की न कहना भगत मात पिता से ऐसे बोले । पैसों की अब कमी आई बोले भाई आजाद भगत बोले क्या करे दादा ' दादा ने फिर प्लान बनाया 8 :२० पर ट्रेन विदेश जाती उसमें भारत का माल विदेश जाता उसको हमे लूठना भाई । आजाद बोले - टाइम से पहले काम करो भगत, राजगुरू , सुखदेव और गोपाला संग सब पहुॅचे स्टेशन फुल प्लान लूटवे का लिया बनाय भगत ने यारो जंजीर खीचीं ट्रेन रुकी बीच रास्ते । अग्रेज बोले क्या हुआ तब बरसने लगी गोलिया यारो मारे खूब अंग्रेज सिपाई । ताला तोर खजाना लूटा और बाहर आये ये काकोरी काण्ड कहावे । लगी खबर तब अंग्रेजों को इन वीर पुत्र क्रान्तिकारियों की। आगे और अशोक कुमार poet शहीदों की याद