अब भी हु तुझमें मैं.मेरी हिचकिया बताती है ... तेरा ही नाम लेके बार बार आती है.... अब तू ही बता इसमे मेरी क्या खता.. बनती हुई चाय भी बौखलाती है .... अब भी हु तुझमे मैं.मेरी हिचकिया बताती है... ..........बाबा ......रे......