महागौरी शीश झुकाऊं करूं अर्पण हलवा त्रृटियां मेरी माफ करना समझ के मुझे बच्चा कैसे करें कन्या भोज, है जगत अंधियारा कृपा दृष्टि सदैव रखना करती रहूं मैं भंडारा कालरात्रि महागौरी भवानी है तेरे अद्भुत रूप दैत्य का संहार कर,खिले फिर नवचेतन फूल। जय माता दी 🙏 #दुर्गाअष्टमी 🙏 #नवरात्रि_की_शुभकामनाऐं #जयमातादी #तूलिका