ना जाने कैसी मोहब्बत है तुमसे, मिलते है बिछडे है,फिर मिलते है एक दूसरे पे बिखरते है,चंद लम्हों में सारी जिंदगी जी लेते है और फिर उसी जिंदगी को अलविदा कह देते है,फिर एक दिन फिर मिलते है फिर वही सिलसिला शुरू होता है, हां अजीब सी मोहब्बत है तुमसे पर सच मे बेइंतहा मोहब्बत है तुमसे।। #आरू ©Shipra Verma #सिर्फतुम@