कहना तो बहुत कुछ था, मगर कुछ कह न सके, मंज़िल सामने थी, मगर उसे हासिल कर न सके।। #दर्द #चाहत #इश्क़ #इज़हार #प्यार #मंज़िल #हसिल_न_कर_सके #अफ़सोस