शब्द बुनकर अक्षरों को तो खुद को रूप देता है, खुद को लाकर कहीं बात पूरी कर देता है, ख्वाहिश इतनी कि तुझसे तू छोड़ें ना साथ कभी, किसी भी स्थिति में भावना व्यक्त ना होती है तेरे बिना, मंजिल तक पहुंचाने वाली सीढ़ी का साधन तू बनता है..... ©Deepika Gahtori #intelligence