मेरी प्यारी ज़िन्दगी, कर गई मुझे भी मालामाल जिंदगी पर गम के सांचे में फिलहाल जिंदगी ये सर्द दिसंबर उसकी याद दिलाता है ना जाने क्यूँ बन गई सवाल जिंदगी जब भी उसकी यादें आती है सामने आपने आप में बन गई बबाल जिंदगी जब से जुदा हुई हैं वो पगली लड़की कम होती जा रही है हर साल जिंदगी मालामाल जिंदगी