घुट-घुट के न मरती हो कड़ी धूप में न तपती हो कोमल सी तो होगी वो कहीं मीलों-मील न पैदल चलती हो उसकी फिक्र में मै यहां सूख रहा हूं कहीं मेरी वाली बेचारी लाकडाउन में सारा-सारा दिन भूखी ही न रहती हो।। #Manish Kumar Savita मेरी वाली