*सबको मंजिल का शौक है,* *और मुझे सही रास्तों का।* *ये दुनिया इसलिए बुरी नहीं कि,* *यहाॅ बुरे लोग ज्यादा हैं।* *बल्कि इसलिए बुरी है कि,* *यहाॅ अच्छे लोग खामोश हैं।।#A_D #Sb_Mahadev_ki_maya_h #A_D #Matwala