"मुझे कवि जी की उपाधि कब मिलेगी" कवि में क्या होता है? ज्ञान,ज्ञान का मान,मन,संयम, सुनहरा रूप या सुनहरी कलम। संतोष धन,व्यवस्थित कर्म,सुव्यवस्थित धर्म, दीन तन, व्याकुल मन या जीवन द्वंद। आलोचना का विशुद्ध रूप पसंद, अभ्यास सघन या स्वयं से जूझता प्रश्न। स्वयं ही से वार्ता अंनत, अध्धयन,अन्तः मन,लेखन,वादन,वाचन, होता या,मात्र वचन। सिद्धान्त,प्रतिष्ठान,आवश्यक अनुष्ठान, होता या,मात्र विद्वान। देशभक्त,वेश ससख्त,खादी वस्त्र, सत्य का अस्त्र या मानव उत्कर्ष। गर्त का विवरण,शिखर का सरगम, नैतिकता भर मन या अनुशासन। या कर ना पाता अन्य दुकान व्यपार तो आनुवंशिकी है भगवान। इस व्यापार में कवि अपना भाव लिखता है, कवि का काट नहीं होता! कविता भाव विहीन हो ही नहीं सकती ।। #विप्रणु #yqdidi #yqbaba #poetry #inspiration #कवि #विद्रोहिबनो #साहित्य