मन की भाषा, मौन भी है, मौन की भाषा, कोलाहल भी है, मौन के मन में, अमृत भी है, मन के मौन में, हलाहल भी है, किसने क्या चुना, चुन के क्या मिला मिल के क्या हुआ, मन की क्या दशा? सब स्वयं पर है, स्वयं से स्वयं का जुड़ाव, यही जीवन है... जीवन यही तो है।। #yqमन #yqमौन #yqman_ka_maun # मौन_की_भाषा