#RIPPriyankaReddy नारी के अपमान का ये,अपराध क्षमा के योग्य नहीं। जड़बुद्धि का परिचय हैं,ये कोई कलियुग का संयोग नहीं। हे नारी! न कर विलाप,अपनी दिनहिन अवस्था का। विध्वंश हुआ जीवन तेरा,कुछ गया नही इस सत्ता का। न्याय कर स्वयं से तू, कमजोर नहीं तू शक्ति है, नौ महीने ईश्वर को भी अपनी कोख मे रखतीं हैं। बहोत हुआ अक्षम्य कर्म,अब जड़बुद्धि पर प्रहार करो, शीशहिन करके दुस्टो का, इनपर एक उपकार करो। :-श्याम कभी कभी #दण्ड ही #दया होती हैं जो लोग ऐसी मानसिकता के शिकार हैं उनके लिये यही होना चाहिए। कवि रामकृष्ण नेताम Dev Ratna