भला कैसा कटा ये आवारगी का सफर।। न मंज़िल मिली न रास्ते खत्म हुए।। और हम कुछ ऐसे डूबे दारिया ए इश्क़ में न तुम मिले। न तुमसे वास्ते खत्म हुए।। ©Yuvraj Pandey #soulmate#aawaragi