मन है भारी न जाने क्यूँ विचारों के भवर में खोई हूं गुमुसुम एक चुपी से है अंधेरा सा छाया है उन सूरज की किरनों से मन को धुलवाऊँ कैसे उभरना होगा मुझे ही बदीको हराना होगा अकेली ही सही सफ़र तो तै करना होगा #तनहा दिल तनहा सफ़र, #ekakelaissaharmain, #thisislife, #zindagikasafar